नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कुष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में अवस्थित होता है। इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ प्रकाशित हो रही हैं। ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है। माँ की आठ भुजाएँ हैं। अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है। इनका वाहन सिंह है।
कुष्मांडा माता मंत्र जाप 108 बार | Maa Kusmanda Devi Mantra Jaap | चतुर्थ नवरात्री पूजन 2022
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कुष्मांडाये नमः
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कुष्मांडाये नमः
Credits:
Bhajan -Maa Kushmanda Jaap
Singer - Prakriti Sharma
Music - Raj Mahajan
Video Editing- Mintu Chaudhary
Design By- Mintu Chaudhary
Coordinator- Udayveer Singh
Record Lable- Moxx Music Digital Partner Binaca Tunes
Mixing and Mastering at Moxx Music Studio By Ahraj Shah
Label: Moxx Music Pvt. Ltd.
Digital Partner - BinacaTunes
For Inquiry - 08800694448
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